पुरुषों में बाल झड़ने के समस्याओं के रामबाण ईलाज।

 

मर्दों में बाल झड़ने के कारणों को समझना काफी महत्वपूर्ण है क्योंकि यह समस्या अधिकतर पुरुषों के लिए एक सामान्य और चिंताजनक मुद्दा बन जाती है। बालों का झड़ना, विशेषकर पुरुषों में, विभिन्न कारणों से हो सकता है। ये कारण आनुवंशिक, हार्मोनल, जीवनशैली, और अन्य शारीरिक या मानसिक कारकों से जुड़े हो सकते हैं। आइए, इस विषय को और विस्तार से समझते हैं

 पुरुषों में बाल झड़ने के समस्याओं के रामबाण ईलाज 


 बाल झड़ने के कारण 

1. आनुवंशिक कारण 

यह सबसे सामान्य कारण है, जिसके चलते पुरुषों में बालों का झड़ना होता है। इसे Male Pattern Baldness या Androgenetic Alopecia कहा जाता है। यह आनुवंशिक स्थिति होती है, जिसमें एक पुरुष का शरीर हार्मोन डीएचटी (Dihydrotestosterone) के प्रभाव में आकर बालों के फॉलिकल्स (roots) को छोटा कर देता है, जिससे बालों का गिरना शुरू हो जाता है।

प्रारंभ:  यह स्थिति 20 से 30 साल की उम्र में शुरू हो सकती है और धीरे-धीरे बढ़ती है।

प्रभाव: आम तौर पर सिर के अग्रभाग और टॉप (crown) पर बाल झड़ते हैं और यह प्रक्रिया समय के साथ बढ़ती जाती है।

2. हार्मोनल असंतुलन 

हार्मोनल असंतुलन भी बालों के झड़ने का प्रमुख कारण हो सकता है। पुरुषों में खासतौर पर हार्मोन टेस्टोस्टेरोन और इसका एक रूप डीएचटी बालों की सेहत पर असर डालते हैं।

डीएचटी:  यह एक हार्मोन है, जो पुरुषों के शरीर में प्राकृतिक रूप से बनता है और बालों के फॉलिकल्स को सिकोड़ सकता है, जिससे बालों की वृद्धि में रुकावट आती है। जब डीएचटी का स्तर ज्यादा होता है, तो बालों का झड़ना शुरू हो सकता है।

हार्मोनल असंतुलन के अन्य कारण:

थायरॉयड विकार (Hypothyroidism या Hyperthyroidism)

पुरुषों में टेस्टोस्टेरोन का असंतुलन

3. तनाव 

शारीरिक या मानसिक तनाव का बालों पर गहरा असर पड़ता है। अत्यधिक तनाव कोर्टिसोल नामक हार्मोन के स्तर को बढ़ा सकता है, जो बालों के विकास के लिए जिम्मेदार हार्मोनल संतुलन को प्रभावित करता है। तनाव के कारण, बालों की वृद्धि का चक्र रुक सकता है, और इससे बालों का झड़ना बढ़ सकता है।

तनाव के प्रकार:  शारीरिक (बीमारियाँ, ऑपरेशन), मानसिक (काम का दबाव, पारिवारिक समस्याएँ) या इमोशनल तनाव।

आस्थायी झड़ना: आम तौर पर जब तनाव कम हो जाता है, तो बालों का झड़ना कुछ समय बाद रुक सकता है, लेकिन अगर तनाव लगातार रहता है, तो यह समस्या बढ़ सकती है।

4. आहार और पोषण की कमी 

बालों के स्वास्थ्य के लिए सही पोषण बहुत महत्वपूर्ण है। अगर शरीर में आवश्यक पोषक तत्वों की कमी होती है, तो बालों का झड़ना शुरू हो सकता है।

आयरन:  इसके बिना बाल कमजोर होते हैं।

विटामिन D और B12:  इनकी कमी से बालों का झड़ना बढ़ सकता है।

प्रोटीन की कमी: बाल मुख्य रूप से प्रोटीन से बने होते हैं, इसलिए यदि शरीर में प्रोटीन की कमी हो, तो बाल कमजोर हो जाते हैं।

जिंक और फोलिक एसिड: इनकी कमी भी बालों के झड़ने को बढ़ा सकती है।

5. दवाइयाँ और चिकित्सा स्थिति 

कुछ दवाइयाँ और बीमारियाँ बालों के झड़ने का कारण बन सकती हैं।

कीमोथेरेपी: यह एक सामान्य कारण है जो बालों के झड़ने को बढ़ा सकता है।

रक्ताल्पता (Anemia)

डायबिटीज

स्ट्रोक और अन्य गंभीर बीमारियाँ भी बालों के झड़ने का कारण बन सकती हैं।

इसके अलावा, कुछ दवाइयाँ जैसे ऐंटीबायोटिक्स, ब्लड थिनर्स, और ऐंटी-डिप्रेसेंट्स भी बालों के गिरने का कारण हो सकती हैं।

6. जीवनशैली 

कभी-कभी जीवनशैली से जुड़ी आदतें भी बालों के झड़ने का कारण बन सकती हैं।

धूम्रपान: यह रक्त संचार को प्रभावित करता है, जिससे बालों को आवश्यक पोषक तत्व नहीं मिल पाते और बालों की सेहत पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है।

नींद की कमी: उचित नींद न लेने से शरीर में हार्मोनल असंतुलन हो सकता है, जिससे बालों का झड़ना बढ़ सकता है।

अत्यधिक बालों को स्ट्रेस देना: बालों को खींचना, हॉट स्टाइलिंग टूल्स का इस्तेमाल, और केमिकल ट्रीटमेंट्स भी बालों को नुकसान पहुंचा सकते हैं।

7. संक्रमण और स्कैल्प की समस्याएँ 

कभी-कभी स्कैल्प पर होने वाले इंफेक्शन या त्वचा संबंधित समस्याएँ बालों के गिरने का कारण बन सकती हैं:

फंगल इंफेक्शन: जैसे कि डैंड्रफ या टीनेया कॅपिटिस (scalp ringworm)।

सिबोरहिक डर्मेटाइटिस (Seborrheic Dermatitis): यह एक स्कैल्प की स्थिति है जिसमें सूजन और बालों का झड़ना हो सकता है।

8. ऑटोइम्यून विकार 

कुछ ऑटोइम्यून विकार भी बालों के गिरने का कारण बन सकते हैं।

अलोपेसिया एरीटा: इस स्थिति में शरीर का इम्यून सिस्टम बालों के फॉलिकल्स पर हमला करता है, जिससे बाल अचानक झड़ने लगते हैं।

9. आयु 

जैसे-जैसे व्यक्ति की उम्र बढ़ती है, शरीर में कई बदलाव होते हैं और बालों के फॉलिकल्स की क्षमता भी कम हो जाती है। उम्र के साथ बालों का पतला होना और गिरना एक सामान्य प्रक्रिया है। यह मुख्य रूप से पुरुषों में देखा जाता है और यह विशेष रूप से सिर के ऊपर और अग्रभाग में अधिक होता है।


 आयुर्वेदिक उपचार 

1. आंवला 

आंवला एक शक्तिशाली आयुर्वेदिक औषधि है जो बालों के झड़ने को रोकने में मदद करती है। इसमें उच्च मात्रा में विटामिन C और एंटीऑक्सिडेंट्स होते हैं, जो बालों की जड़ों को मजबूत बनाते हैं और बालों के विकास को बढ़ावा देते हैं।

उपयोग:

आंवला पाउडर को हल्के गर्म पानी या नारियल तेल में मिलाकर बालों की जड़ों में लगाएं और 30-40 मिनट के लिए छोड़ दें। फिर शैंपू से धो लें।

आंवला का रस भी पीने से बालों का झड़ना कम हो सकता है।

2. ब्राह्मी 

ब्राह्मी बालों के स्वास्थ्य के लिए अत्यंत लाभकारी है। यह मानसिक तनाव को कम करने में मदद करती है, जिससे बालों के झड़ने की प्रक्रिया में कमी आती है। ब्राह्मी बालों की जड़ों को मजबूत बनाने और नए बालों के विकास को बढ़ावा देने में मदद करती है।

उपयोग:

ब्राह्मी का तेल या ब्राह्मी पाउडर बालों की जड़ों में लगाने से बालों का झड़ना कम होता है।

इसे भी शहद और आंवला के साथ मिलाकर सिर पर लगाना लाभकारी हो सकता है।

3. नीम 

नीम में एंटी-बैक्टीरियल और एंटी-फंगल गुण होते हैं, जो सिर में होने वाली संक्रमण और रुसी को दूर करते हैं। यह बालों के झड़ने की समस्या को रोकने में मदद करता है।

उपयोग:

नीम की पत्तियों को उबाल कर उसका पानी बालों में लगाना बहुत फायदेमंद होता है।

नीम तेल भी बालों पर लगाने से बालों का झड़ना रुक सकता है।

4. भृंगराज 

भृंगराज को आयुर्वेद में बालों के लिए 'रॉयल हर्ब' माना जाता है। यह बालों के झड़ने को रोकने के साथ-साथ बालों की चमक और घनत्व को भी बढ़ाता है।

उपयोग:

भृंगराज का तेल बालों की जड़ों में लगाएं और 30-40 मिनट के बाद धो लें।

भृंगराज का पाउडर भी आंवला के साथ मिलाकर बालों पर लगा सकते हैं।

5. तुलसी 

तुलसी में एंटीऑक्सिडेंट्स होते हैं जो बालों को स्वस्थ रखने में मदद करते हैं और बालों के झड़ने को रोकते हैं।

उपयोग:

तुलसी के पत्तों का रस बालों की जड़ों में लगाएं और कुछ समय के लिए छोड़ दें।

तुलसी और नीम का मिश्रण भी बालों की सेहत के लिए अच्छा होता है।

6. नारियल तेल 

नारियल तेल में एक प्रकार के लोरीक एसिड होते हैं जो बालों के झड़ने को रोकने में मदद करते हैं। यह बालों की जड़ों को पोषण देने के साथ-साथ सिर की त्वचा को भी स्वस्थ रखता है।

उपयोग:

रोज़ रात को नारियल तेल की मालिश बालों में करें और सोने से पहले छोड़ दें। सुबह इसे शैंपू से धो लें।

नारियल तेल में आंवला पाउडर मिलाकर भी इस्तेमाल किया जा सकता है।

7. मेथी 

मेथी के बीजों में उच्च मात्रा में प्रोटीन और निकोटिनिक एसिड होता है, जो बालों के विकास को बढ़ावा देते हैं और बालों के झड़ने को रोकते हैं।

उपयोग:

मेथी के बीजों को रात भर पानी में भिगोकर, फिर पीसकर पेस्ट बनाकर बालों पर लगाएं। 30-40 मिनट बाद धो लें।

मेथी पाउडर और नारियल तेल का मिश्रण भी बालों में लगाया जा सकता है।

8. शिकाकाई 

शिकाकाई बालों के लिए एक प्राकृतिक शैंपू है। यह बालों को पोषण देता है, उन्हें मुलायम बनाता है और झड़ने की समस्या को कम करता है।

उपयोग:

शिकाकाई पाउडर को पानी में मिलाकर पेस्ट बनाएं और बालों में लगाएं।

शैम्पू की जगह शिकाकाई से बाल धोने से बाल स्वस्थ रहते हैं।

9. जैतून तेल 

जैतून तेल में ओमेगा-3 फैटी एसिड्स और एंटीऑक्सिडेंट्स होते हैं, जो बालों की जड़ों को मजबूत बनाते हैं और बालों का झड़ना रोकते हैं।

उपयोग:

जैतून तेल को बालों की जड़ों में लगाकर हल्की मालिश करें और 30 मिनट बाद धो लें।

इसे अन्य हर्बल तेलों जैसे आंवला तेल के साथ मिलाकर इस्तेमाल किया जा सकता है।

10. योग और ध्यान

आध्यात्मिक और शारीरिक तनाव भी बालों के झड़ने का एक प्रमुख कारण होता है। योग और ध्यान से तनाव कम होता है, जो बालों की सेहत को सुधारने में मदद करता है।

उपयोग:

प्राणायाम, सर्वांगासन, हस्तपदासन, और शवासन जैसे आसनों का अभ्यास करें।

ध्यान करने से मानसिक शांति मिलती है और शरीर में रक्त संचार बेहतर होता है, जो बालों के लिए फायदेमंद है।


 अन्य आयुर्वेदिक टॉपिकल उपाय 

अश्वगंधा: यह तनाव को कम करने में मदद करता है और बालों के स्वास्थ्य को भी बेहतर बनाता है।

सौंफ और शहद: सौंफ का पानी बालों के लिए अच्छा होता है और शहद के साथ इसे सेवन करने से बालों की सेहत में सुधार होता है।

 खानपान में बदलाव 

1. प्रोटीन: बालों के स्वास्थ्य के लिए प्रोटीन महत्वपूर्ण है। दालें, अंडे, नट्स और दूध का सेवन बढ़ाएं।

2. विटामिन C और E: आंवला, नींबू, संतरा, और हरी पत्तेदार सब्जियाँ विटामिन C का अच्छा स्रोत हैं। विटामिन E से बालों का स्वास्थ्य बेहतर होता है, इसके लिए आप अलसी, सूरजमुखी के बीज और बादाम का सेवन करें।

3. जिंक और आयरन: बालों के झड़ने के लिए आयरन और जिंक की कमी भी एक कारण हो सकती है, इसलिए हरी पत्तेदार सब्जियाँ और मांसाहारी उत्पादों का सेवन करें।


 होम्योपैथी दवाई 

1. लायकोपोडियम (Lycopodium Clavatum)

लायकोपोडियम एक प्रमुख होम्योपैथिक दवा है जो बालों के झड़ने और पतले होने की समस्या को ठीक करने में मदद करती है। यह दवा विशेष रूप से उन व्यक्तियों के लिए उपयोगी है जिनके बाल सिर के ऊपरी हिस्से से झड़ने लगते हैं और मानसिक तनाव, आत्मविश्वास की कमी, या थकावट से ग्रस्त होते हैं।

उपयोग:

यह दवा मानसिक दबाव और आत्मविश्वास की कमी के कारण बालों के झड़ने में सहायक है।

यह बालों के विकास को उत्तेजित करती है और जड़ों को मजबूत बनाती है।

यह खासतौर पर उन व्यक्तियों के लिए है जिनका बाल झड़ना सिर के ऊपरी हिस्से से शुरू होता है।

खुराक: 30C या 200C, 1-2 बार दिन में (चिकित्सक की सलाह पर)।

2. सिलिका (Silicea)

सिलिका बालों को मजबूत बनाने और उन्हें स्वस्थ बनाने के लिए एक प्रमुख होम्योपैथिक दवा है। यह बालों के झड़ने को रोकने और बालों के स्वास्थ्य को सुधारने में मदद करती है, खासतौर पर जब बाल बेजान, सूखे और कमजोर हो जाएं।

उपयोग:

यह बालों की जड़ों को मजबूती देती है और बालों के झड़ने को रोकती है।

अगर बाल कमजोर, बेजान और सूखे हो रहे हैं, तो यह दवा लाभकारी होती है।

यह दवा शरीर के अंदर से काम करती है और बालों की गुणवत्ता में सुधार करती है।

खुराक: 6C, 30C, दिन में 2-3 बार, चिकित्सक की सलाह के अनुसार।

3. अरनिका (Arnica Montana)

अरनिका उन लोगों के लिए होती है जिनके बाल झड़ने की समस्या सिर की त्वचा पर चोट, मानसिक या शारीरिक तनाव के कारण होती है। यह दवा सिर की त्वचा में रक्त संचार बढ़ाती है, जिससे बालों का विकास बेहतर होता है और झड़ना रुकता है।

उपयोग:

यह दवा सिर की त्वचा पर रक्त परिसंचरण को बेहतर करती है, जिससे बालों की जड़ों को पोषण मिलता है।

अगर किसी चोट, मानसिक दबाव या थकावट के कारण बाल झड़ रहे हैं, तो यह दवा कारगर है।

खुराक: 30C या 200C, 1-2 बार दिन में (चिकित्सक की सलाह पर)।

4. नट्रम मुर (Natrum Mur)

नट्रम मुर विशेष रूप से उन लोगों के लिए है जिनके बाल मानसिक तनाव, शोक या चिंता के कारण झड़ते हैं। यह दवा बालों की गुणवत्ता में सुधार करती है और बालों के गिरने को रोकने में मदद करती है।

उपयोग:

यह दवा मानसिक तनाव, अवसाद या शोक के कारण बालों के झड़ने को रोकने में मदद करती है।

यह सिर की त्वचा को स्वस्थ करती है और बालों के विकास को बढ़ावा देती है।

खुराक: 6C, 30C, दिन में 2-3 बार, चिकित्सक की सलाह के अनुसार।

5. फॉस्फोरस (Phosphorus)

फॉस्फोरस एक प्रभावी दवा है जो हार्मोनल असंतुलन या आनुवंशिक कारणों से बालों के झड़ने को रोकने में मदद करती है। यह दवा शरीर के अंदर से काम करती है और बालों के विकास को बढ़ावा देती है।

उपयोग:

यह दवा बालों के गिरने के कारण को आंतरिक स्तर पर ठीक करती है।

यह बालों के झड़ने को रोकने के साथ-साथ सिर की त्वचा में रक्त संचार को भी सुधारती है।

खुराक: 30C, दिन में 1 बार (चिकित्सक की सलाह पर)।

6. ग्राफाइट्स (Graphites)

ग्राफाइट्स सिर की त्वचा पर सूजन, खुजली और पपड़ी जैसी समस्याओं के कारण होने वाले बालों के झड़ने को ठीक करने के लिए उपयोगी है। यह दवा बालों की जड़ों को मजबूत करती है और सिर की त्वचा की समस्याओं को ठीक करती है।

उपयोग:

यह दवा सिर की त्वचा की सूजन, खुजली और चिपचिपेपन को ठीक करती है, जिससे बालों का गिरना रुकता है।

यह बालों को फिर से स्वस्थ और घना बनाने में मदद करती है।

खुराक: 6C, 30C, दिन में 2-3 बार (चिकित्सक की सलाह पर)।

7. कैल्केरिया फ्लोरिका (Calcarea Fluorica)

कैल्केरिया फ्लोरिका बालों के झड़ने की समस्या को सुधारने में मदद करती है, खासतौर पर उन लोगों के लिए जिनके बाल कमजोर होते हैं। यह बालों की जड़ों को मजबूत करती है और बालों के गिरने की प्रक्रिया को धीमा करती है।

उपयोग:

यह दवा बालों को घना और मजबूत बनाती है।

यह बालों के झड़ने के साथ-साथ नाखूनों को भी मजबूत करती है।

खुराक: 6C, 30C, दिन में 1-2 बार (चिकित्सक की सलाह पर)।

8. स्ट्रॉन्टियम कार्बोनिकम (Strontium Carbonicum)

स्ट्रॉन्टियम कार्बोनिकम विशेष रूप से आनुवंशिक कारणों से बालों के झड़ने के लिए उपयुक्त है। यह दवा बालों के विकास को बढ़ावा देती है और बालों को मजबूत बनाती है।

उपयोग:

यह दवा उन लोगों के लिए है जिनके परिवार में बालों का झड़ना सामान्य होता है।

यह बालों के झड़ने को धीमा करती है और बालों को फिर से घना और मजबूत बनाती है।

खुराक: 6C, 30C, दिन में 1-2 बार (चिकित्सक की सलाह पर)।

9. ह्यूस्टोनिया (Hepar Sulphuris Calcareum)

ह्यूस्टोनिया सिर की त्वचा पर सूजन और संक्रमण के कारण होने वाले बालों के झड़ने को रोकने में मदद करती है। यह बालों को मजबूत करती है और सिर की त्वचा को स्वस्थ बनाती है।

उपयोग:

यह दवा सिर की त्वचा की सूजन, खुजली और संक्रमण को ठीक करने में मदद करती है।

यह बालों के झड़ने को रोकती है और बालों के विकास को बढ़ावा देती है।

खुराक: 30C, 200C, दिन में 1 बार (चिकित्सक की सलाह पर)।

10. सिलिका (Silica)

सिलिका एक और प्रभावी दवा है जो बालों की जड़ों को मजबूत करती है और बालों के गिरने की प्रक्रिया को रोकने में मदद करती है।

उपयोग:

बालों के झड़ने के कारण बालों की जड़ों को मजबूत करती है।

यह बालों के विकास को उत्तेजित करती है और बालों को घना बनाती है।

खुराक: 30C, दिन में 2-3 बार (चिकित्सक की सलाह पर)।


निष्कर्ष:

बालों के झड़ने को रोकने के लिए होम्योपैथी में कई दवाएँ उपलब्ध हैं। इन दवाओं का चयन आपके लक्षणों, जीवनशैली और मानसिक स्थिति पर निर्भर करता है। अगर आपको बालों के झड़ने की समस्या हो रही है, तो एक योग्य होम्योपैथी चिकित्सक से परामर्श करें, जो आपके लक्षणों के आधार पर उपयुक्त दवाएँ निर्धारित कर सके। इसके अलावा, एक अच्छा आहार, तनावमुक्त जीवन और शारीरिक सक्रियता बालों के स्वास्थ्य में सुधार ला सकती है।



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